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Best 16 Vastu Tips Bhawan Nirman In Hindi

 Best 16 Vastu Tips  Bhawan Nirman In Hindi, वास्तु के 16 नियम जो भवन  बनाने से पहले  समझना चाहिए 

प्राचीन भारतीय vastu शास्त्र  में भवन  निर्माण  के विभिन्न  चरणों में दर्शाया गया है आधुनिक युग की आवश्यकताओ के  अनुसार हमने इस संबध  हमने कुछ मोलिक तत्वों को भी जोड़ा  जिनका विवरण निम्न लिखित  है 

  1. भवन के चारो और कम से कम ढाई हाथ  खुला स्थान जरुर छोड़ना चाहिए  प्राचीन vastu शास्त्र  में तो कही  भ भवन के निर्माण के लिए भूमि से आधे से ज्यादा का विस्तार की अनुमति नहीं है 
  2. भूमिखंड की वास्तुशास्त्रीय  स्थिति के अनुसार  किसी वास्तुविद की सलाह से भवन का नक्शा बनवाये जिससे आपको अपना भवन बनाने में नक्शा ही मुख्य होता है इसको अच्छे वास्तुविद से ही बनवाए  अगर आपको भी ऐसा कोई नक्शा बनाना हो तो आप कॉमेट में अपने प्लाट का साइज़ व्  फेसिंग लिख कर आप बता सकते है 
  3. छत पर अगर दूसरा मंजिल नहीं  बना रहे है तो नेत्रत्व कोण  कमरे की दीवारों के उपर पश्चिम दक्षिण  से घेर कर  बैठक बनाले 
  4. भवन की खिड़की तीन फिट उपर लगाना  चाहिए और चौड़ाई  से उचाई ज्यादा होनी चाहिए  आयताकार में ही  होनी चाहिए 
  5. शोचालय का भूमि गत टेंक 3'' निचे होना  चाहिए मतलब आप की फर्श से या ग्राउंड फर्श  अगर बाहरी एरिया में है तो मिटटी डालकर बागवानी का कार्य भी कर सकते है  नेत्रित्व कोण में नही होना चाहिए 
  6. यथासम्भव विकृत कोण वाली ईट अधपकी तथा अधिक ताप वाली ईट का उपयोग नहीं करे दिवार में कोण का प्रयोग कम से कम होना चाहिए और भवन की दिवार को 90 डिग्री के आधार से ही करें 
  7. खिड़की आदि की स्थति  नक़्शे में वास्तु नियम के  अधीन बंनानी चाहिए 
  8. कमरे की लम्बाई कम-स-कम 11 फुट होनी चाहिए 
  9. जब तक चुनाई का काम चले  चुनाई का मेटेरियल बराबर उपलब्ध रखे व् चुनाई में  भी हमेशा नेत्रित्व कोण की चुनाई हमेशा उची ही बनी हुई रखे  सम्भव हो तो इस कमरे की छत भी उची रखे 
  10. नीव के जो निशान  लगाने के समय कोण का सही से निशान  किसी भी तरह से विकृत नहीं होना चाहिए 
  11. भवन में नक्शा में नालो का प्रबंध  इस तरह से बने होने चाहिए की पानी का बहाव उत्तर पूर्व में ढलान हो 
  12. भवन निर्माण  का मुहर्त अच्छे समय में हो भवन निर्माण का कार्य शुभ दिन एवं शुभ लग्न  में ही हो  आप अपनी जन्म कुंडली के आधार से भी ज्योतिषीय  गणना भी करवा सकते है  
  13.  भवन के प्रवेशद्वार की चोड़ाई साढ़े पाच फिट व् ऊचाई 11 फिट होनी चाहिए 
  14. नेत्रित्व कोण से ही पूजा अर्चना के बाद कार्य शुरू  होना चाहिए  परन्तु नीव खोदने का कार्य ईशान कोण से ही  करे 
  15. अग र काम चालू  करने से पहले नक्शा  सही तरह से समझना चाहिए ताकि आपको बाद में कोई तोड़ फोड़ नहीं करनी पड़े 
  16. कमरे का दरवाजा कमसे कम 7 फुट ऊचा व्  साढ़े तीन फुट चौड़ा होना चाहिए  और कमरे में रोशन दान  भी vastu सलाह से करे 
  • disclaimer - यह जानकारी एक vastu शास्त्र व् पंचाग के आधार से  मिश्रित करके बताया गया है आप किसी vastu विद की सलाह लेकर ही काम करवाए 


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